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बिश्नोई पंथ ओर प्रहलाद भाग 2
बिश्नोई पंथ ओर प्रहलाद भाग 2 उन्होंने पूछा- देवराज । यह क्या करने जा रहे हो। इस बेचारी अबला कयाधू को कहां ले जा रहे
भजन :- पापिडा रे मुख सूं राम नहीं निकले,तू गुण थे गोविंद रा गाय,तेने अजब बनायो भगवान,हंसा सुंदर काया रो मत कर अभिमान
भजन :- पापिडा रे मुख सूं राम नहीं निकले पापीड़ा के मुख सू राम नहीं निकले केशर धूल रही गारा में । मिनख जमारो ऐलो

म्हारे घर आये जम्भ भगवान जम्भेश्वर भजन Lyrics
म्हारे घर आये जम्भ भगवान जम्भेश्वर भजन Lyrics म्हारे घर आए जम्भ भगवान सोने रो सूरज उगियो सोहन कलश गंगा जल भरियो सखियाँ मंगल गाय
बिश्नोई पंथ ओर प्रहलाद भाग 5
बिश्नोई पंथ ओर प्रहलाद भाग 5 प्रहलाद ने कहा पिताजी ! आप इन बिचारे निरपराध जनों को क्यों मार रहे है? इन सभी का मूल
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भूल बिसर मत जाई कन्हैया, मेरी ओड़ निभाना जी
भूल बिसर मत जाई कन्हैया, मेरी ओड़ निभाना जी | मोर मुकुट पीताम्बर सोहे, कुंडल झलकत काना जी | वृन्दावन की कुञ्ज गलिन में,मोहन वंशी

जाम्भोजी के द्वारा बताये गए बिश्नोई समाज के प्रश्न तथा उत्तर
प्रश्न 123. गुरुदेव ! आपके मंत्र कहां-कहां काम आयेंगे ? रणधीर ! मेरे मंत्र सब प्रकार के दुःख मिटाने के काम आयेंगे। उत्तर – जैसे-

जाम्भोजी के द्वारा बताये गए विश्नोई समाज के प्रश्न तथा उत्तर
प्रश्न 101. गुरुदेव ! आपने जो अन्न बांटा वो अन्न कहां से लाए ? उत्तर- रणधीर मुझे कोई भी वस्तु लाने में विचार करने की

जाम्भोजी तथा रणधीर के प्रश्न तथा उत्तर
प्रश्न 71. गुरुदेव ! आप सूतल लोक में कितने समय तक रहे ? उत्तर- रणधीर ! मैं सूतल लोक में चालीस दिनों तक रहा सूतल

जाम्भोजी तथा रणधीर के प्रश्न तथा उत्तर
प्रश्न 71. गुरुदेव ! आप सूतल लोक में कितने समय तक रहे ? उत्तर- रणधीर ! मैं सूतल लोक में चालीस दिनों तक रहा सूतल

जाम्भोजी तथा रणधीर के प्रश्न तथा उत्तर
प्रश्न 51. गुरुदेव ! आपके प्रथम शब्दोपदेश का अर्थ हम छोटी बुद्धि के लोग कुछ समझे नहीं, आप कृपा करके हमें समझाइये ? उत्तर- रणधीर

रणधीर के प्रश्न तथा जाम्भोजी के उत्तर
प्रश्न 24. गुरुदेव ! परमात्मा व जीवात्मा में क्या अन्तर है ? उत्तर – रणधीर ! परमात्मा व जीवात्मा में सत्ता रूप में कोई भेद

रणधीर के प्रश्न तथा जाम्भोजी के उत्तर
प्रश्न 24. गुरुदेव ! परमात्मा व जीवात्मा में क्या अन्तर है ? उत्तर – रणधीर ! परमात्मा व जीवात्मा में सत्ता रूप में कोई भेद