
म्हारे घर आये जम्भ भगवान जम्भेश्वर भजन Lyrics सोहन कलश गंगा जल भरियो सखियाँ मंगल गाय री धूप दीप ले करो आरती-२ केसर रो तिलक लगायI म्हारे घर आए जम्भ

भूल बिसर मत जाई कन्हैया, मेरी ओड़ निभाना जी Lyrics भूल बिसर मत जाई कन्हैया, मेरी ओड़ निभाना जी | मोर मुकुट पीताम्बर सोहे, कुंडल झलकत काना जी | वृन्दावन

प्रश्न 123. गुरुदेव ! आपके मंत्र कहां-कहां काम आयेंगे ? रणधीर ! मेरे मंत्र सब प्रकार के दुःख मिटाने के काम आयेंगे। उत्तर - जैसे- भूत, प्रेत, पिशाच, डाकिनी, शाकिनी,

प्रश्न 101. गुरुदेव ! आपने जो अन्न बांटा वो अन्न कहां से लाए ? उत्तर- रणधीर मुझे कोई भी वस्तु लाने में विचार करने की जरूरत नहीं पड़ती मेरी इच्छा

प्रश्न 71. गुरुदेव ! आप सूतल लोक में कितने समय तक रहे ? उत्तर- रणधीर ! मैं सूतल लोक में चालीस दिनों तक रहा सूतल लोक में पाहल बनाकर चार

प्रश्न 71. गुरुदेव ! आप सूतल लोक में कितने समय तक रहे ? उत्तर- रणधीर ! मैं सूतल लोक में चालीस दिनों तक रहा सूतल लोक में पाहल बनाकर चार

प्रश्न 51. गुरुदेव ! आपके प्रथम शब्दोपदेश का अर्थ हम छोटी बुद्धि के लोग कुछ समझे नहीं, आप कृपा करके हमें समझाइये ? उत्तर- रणधीर ! "गुरु चीन्हों" उपस्थित सारे

प्रश्न 24. गुरुदेव ! परमात्मा व जीवात्मा में क्या अन्तर है ? उत्तर - रणधीर ! परमात्मा व जीवात्मा में सत्ता रूप में कोई भेद नहीं है। परन्तु शासक-शासित का

जाम्भोजी के प्रश्न प्रश्न 24. गुरुदेव ! परमात्मा व जीवात्मा में क्या अन्तर है ? उत्तर - रणधीर ! परमात्मा व जीवात्मा में सत्ता रूप में कोई भेद नहीं है।

जाम्भोजी और रणधीर के प्रश्न 2. रणधीर ने पूछा- गुरुदेव ! प्रहलाद कौन था ? और उसको वरदान क्यों देना पड़ा ? उत्तर- भगवान बोले- रणधीर ! प्रहलाद हिरण्यकश्यपु का

जांभोजि द्वारा किए गए प्रश्न बिश्नोई समाज के बारे में? जांभोजि द्वारा किए गए प्रश्न बिश्नोई समाज के बारे में? भगवान श्री जाम्भोजी और उनके परम शिष्य रणधीर जी का

गुरु आसन समराथल भाग 4 ( Samarathal Dhora Katha ) गुरु आसन समराथल भाग 4 (Samarathal Dhora Katha) श्री देवजी कहते है कि












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भूल बिसर मत जाई कन्हैया, मेरी ओड़ निभाना जी
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जाम्भोजी के द्वारा बताये गए बिश्नोई समाज के प्रश्न तथा उत्तर
प्रश्न 123. गुरुदेव ! आपके मंत्र कहां-कहां काम आयेंगे ? रणधीर ! मेरे मंत्र सब प्रकार के दुःख मिटाने के काम आयेंगे। उत्तर - जैसे- भूत, प्रेत, पिशाच, डाकिनी, शाकिनी,
जाम्भोजी के द्वारा बताये गए विश्नोई समाज के प्रश्न तथा उत्तर
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जाम्भोजी तथा रणधीर के प्रश्न तथा उत्तर
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