आयो आयो रे शिवरात्रि त्यौहार,
सारा जग लागे आज काशी हरिद्वार,
आयो आयो रे शिवरात्रि त्योहार ॥
धरती और गगन ने मिलके,
शब्द यही दोहराए,
ओम नमः शिवाय बोलो,
ओम नमः शिवाय,
चलो शिव धाम चलो,
चाहो अगर उद्धार,
आयो आयो रे शिवरात्रि त्योहार,
आयो आयो रे शिवरात्रि त्योहार ॥
शिवरात्रि के दिन श्रद्धा से,
शिव महिमा जो गाए,
अंत समय शिव भक्ति उसको,
मोक्ष की राह दिखाए,
आज के दिन सुनते,
शिव भक्तो की पुकार,
आयो आयो रे शिवरात्रि त्योहार,
आयो आयो रे शिवरात्रि त्योहार ॥
आयो आयो रे शिवरात्रि त्यौहार,
सारा जग लागे आज काशी हरिद्वार,
आयो आयो रे शिवरात्रि त्योहार ॥
पुरुषोत्तम मास माहात्म्य कथा: अध्याय 28 (Purushottam Mas Mahatmya Katha: Adhyaya 28)
श्री बालाजी आरती (Shri Balaji Ki Aarti)
संतोषी माता चालीसा (Santoshi Mata Chalisa)
शिव चालीसा | लिङ्गाष्टकम् | शिव आरती | शिव भजन | शिव पंचाक्षर स्तोत्र | द्वादश ज्योतिर्लिंग मंत्र