जगमग जगमग जोत जली है, आरती श्री राम जी (Jagmag Jyot Jali Hai Shri Ram Aarti)

jambh bhakti logo

श्री राम नवमी, विजय दशमी, सुंदरकांड, रामचरितमानस कथा और अखंड रामायण के पाठ में प्रमुखता से गाये जाने वाला भजन/आरती।

जगमग जगमग जोत जली है।
राम आरती होन लगी है॥

भक्ति का दीपक प्रेम की बाती।
आरति संत करें दिन राती॥

आनन्द की सरिता उभरी है।
जगमग जगमग जोत जली है॥

कनक सिंघासन सिया समेता।
बैठहिं राम होइ चित चेता॥

वाम भाग में जनक लली है।
जगमग जगमग जोत जली है॥

मिश्री से भी मीठा नाम तेरा: भजन (Mishri Se Bhi Meetha Naam Tera)

श्री गुरु जम्भेश्वर भगवान की बाल लीला भाग 3

जगत के रंग क्या देखूं - भजन (Jagat Ke Rang Kya Dekhun)

आरति हनुमत के मन भावै।
राम कथा नित शंकर गावै॥

सन्तों की ये भीड़ लगी है।
जगमग जगमग जोत जली है॥

Picture of Sandeep Bishnoi

Sandeep Bishnoi

Leave a Comment