जगन्नाथ जगन्नाथ जगन्नाथ जगन्नाथ
चारों धाम में सबसे बड़ा है ,जगन्नाथ धाम
जगन्नाथ भगवान की, महिमा अपरम्पार
भक्तों को दर्शन देते,करते उनके काम।
कर लो भक्तों ,जगन्नाथ का ध्यान बारंबार।
जगन्नाथ जगन्नाथ जगन्नाथ जगन्नाथ
भज लो रे भक्तों जगन्नाथ को
तर जाओगे भव सागर पार।
तन मन जीवन अर्पण कर दो
प्रभु की , लीला अपरम्पार।
जगन्नाथ जगन्नाथ जगन्नाथ जगन्नाथ
श्री गुरु जम्भेश्वर भगवान गौ चारण लीला भाग 4
अपने दरबार में तू बुलालें: भजन (Apne Darbar Mein Tu Bula Le)
हरि कर दीपक, बजावें संख सुरपति: आरती (Hari Kar Deepak Bajave Shankh Surpati)
सात पुरियों में एक है ,जगन्नाथ पुरी धाम
जगन्नाथ के भात को ,जगत पसारे हाथ।
करलो भक्तों महाप्रभु के ,दर्शन बारंबार
जहां विराजे जगन्नाथ ,बलभद्र ,सुभद्रा साथ।
जगन्नाथ जगन्नाथ जगन्नाथ जगन्नाथ
Post Views: 124