नम ॐ विष्णु-पादाय कृष्ण-प्रेष्ठाय भूतले
श्रीमते भक्तिवेदांत-स्वामिन् इति नामिने ।
नमस्ते सारस्वते देवे गौर-वाणी-प्रचारिणे
निर्विशेष-शून्यवादि-पाश्चात्य-देश-तारिणे ॥
उज्जैनी में बाबा ने ऐसा, डमरू बजाया - भजन (Ujjaini Me Baba Ne Esa Damru Bajaya)
राधा कृपा कटाक्ष स्त्रोत्र (Radha Kriya Kataksh Stotram)
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