
दिखाऊं कोनी लाड़लो, नजर लग जाए: भजन (Laaj Rakho Hey Krishna Murari)
दिखाऊं कोनी लाड़लो, नजर लग जाए, नजर लग जाए रे, जुलम होय जाए, दिखाऊँ कोनी लाड़लो, नजर लग जाए ॥ विषधर तेरे गले में लिपटे,
दिखाऊं कोनी लाड़लो, नजर लग जाए, नजर लग जाए रे, जुलम होय जाए, दिखाऊँ कोनी लाड़लो, नजर लग जाए ॥ विषधर तेरे गले में लिपटे,
तेरी अंखिया हैं जादू भरी, बिहारी मैं तो कब से खड़ी ॥ सुनलो मेरे श्याम सलोना, तुमने ही मुझ पर, कर दिया टोना, मेरी अंखियाँ
लाज रखो हे कृष्ण मुरारी, हे गिरधारी हे बनवारी, हे गिरधारी हे बनवारी, लाज रखों हे कृष्ण मुरारी ॥ कहता है खुद को बलशाली, कहता
बताओ कहाँ मिलेगा श्याम । चरण पादुका लेकर सब से पूछ रहे रसखान ॥ वो नन्ना सा बालक है, सांवली सी सूरत है, बाल घुंघराले
एक नजर कृपा की कर दो, लाडली श्री राधे । एक नजर कृपा की कर दो, लाडली श्री राधे । श्री राधे, श्री राधे श्री
अखंड रामायण, सुंदरकांड पाठ, रामायण पाठ, विजयादशमी, राम नवमी, सीता विवाह, सीता नवमी, भजन संध्या, सत्संग, एकादशी व्रत, श्री हरी भजन, भारत मिलाप एवं राम
नर से नारायण बन जायें, प्रभु ऐसा ज्ञान हमें देना॥ दुखियों के दुःख हम दूर करें, श्रम से कष्टों से नहीं डरें। उर में सबके