सत्संगति से प्यार करना सीखोजी
जीवन का उद्धार करना सीखोजी
सत्संगति से प्यार करना सीखोजी
जीवन का उद्धार करना सीखोजी
सत्संगति से प्यार करना सीखोजी
जीवन का उद्धार करना सीखोजी
सत्संगति से प्यार करना सीखोजी
जीवन का उद्धार करना सीखोजी
तन धन दाम संग ना जावयए
सुत दारा कोई काम ना आवये – x2
ममता का संघार करना सीखोजी
जीवन का उद्धार करना सीखोजी
सत्संगति से प्यार करना सीखोजी
जीवन का उद्धार करना सीखोजी
॥ सत्संगति से प्यार करना…॥
यह जाग मोहनी नीद का सपना
नही कोई गैर नही कोई अपना
सत्य असत्य विचार करना सीखोजी
जीवन का उद्धार करना सीखोजी
॥ सत्संगति से प्यार करना…॥
हरि का भजन नित्य प्रति कीजे
अंतःकरण शुद्ध कर लीजे
आत्म साक्ष करना सीखोजी
जीवन का उद्धार करना सीखोजी
॥ सत्संगति से प्यार करना…॥
आरती: श्री राणी सती दादी जी (Shri Rani Sati Dadi Ji)
वे मनमोनेआ बालक नाथा - भजन (Ve Manmoneya Balak Natha)
सावन भजन: आई बागों में बहार, झूला झूले राधा प्यारी (Aai Bhagon Me Bahar Jhula Jhule Radha Rani)
भिक्षु कहे सुनो मन मेरो
नर तन भव भरिढ़ कहु बेरो
भव से बेड़ा पार करना सीखोजी
जीवन का उद्धार करना सीखोजी
॥ सत्संगति से प्यार करना…॥
सत्संगति से प्यार करना सीखोजी
जीवन का उद्धार करना सीखोजी
सत्संगति से प्यार करना सीखोजी
जीवन का उद्धार करना सीखोजी