सारी दुनियां है दीवानी,
राधा रानी आप की,
कौन है! जिस पर नहीं है,
मेहरबानी आप की ।
सारी दुनियां है दीवानी,
राधा रानी आप की ।
सारा जहां है एक चमन और,
इस चमन के फूल हम,
इन सभी फूलो में श्यामा,
हम निशानी आप की ।
॥ कौन है! जिस पर नहीं है..॥
जैसे गंगा और यमुना की,
धारा बहती भूमि पर,
वैसे ही बहती है ममता,
राधा रानी आप की ।
॥ कौन है! जिस पर नहीं है..॥
तन भी तेरा मन भी तेरा,
मेरा क्या है लाड़ली,
तेरा तुझको सौंपती हूँ,
यह निशानी आप की।
॥ कौन है! जिस पर नहीं है..॥
उम्र भर गाती रहूँ मैं,
महिमा श्यामा आप की,
अपने चरणों में ही रखना,
मेहरबानी आप की ।
हार के आया मैं जग सारा (Haare Ka Sahara Mera Shyam)
बावन श्लोकी श्री गुरुचरित्र (Bavanna Shokli Gurucharitra)
सारी दुनियां है दीवानी,
राधा रानी आप की,
कौन है! जिस पर नहीं है,
मेहरबानी आप की ।
सारी दुनियां है दीवानी,
राधा रानी आप की ।