रखवाला प्रतिपाला,
मेरा लाल लंगोटे वाला,
कदम कदम पर रक्षा करता,
कदम कदम पर रक्षा करता,
घर घर करे उजाला,
रखवाला प्रतिपाला,
मेरा लाल लंगोटे वाला ॥
निशदिन तेरा ध्यान लगाऊं,
जपूँ आपकी माला,
धुप दिप नित ज्योत जगाऊँ,
धुप दिप नित ज्योत जगाऊँ,
पड़े ना यम से पाला,
रखवाला प्रति-पाला,
मेरा लाल लंगोटे वाला ॥
मन मंदिर में वास करो प्रभु,
ओ अंजनी के लाला,
पापों का मेरे नाश करो तूम,
पापों का मेरे नाश करो तूम,
बनके दीनदयाला,
रखवाला प्रति-पाला,
मेरा लाल लंगोटे वाला ॥
लाल सूरत मेरे मन को मोहे,
शीश पे मुकुट विशाला,
कानन कुण्डल तिलक विशाला,
कानन कुण्डल तिलक विशाला,
गल मोतियन की माला,
रखवाला प्रति-पाला,
मेरा लाल लंगोटे वाला ॥
राम सिया तेरे मन सोहे,
अजर अमर तेरी माया,
घर घर होवे पूजा तेरी,
घर घर होवे पूजा तेरी,
सिया सुध लाने वाला,
रखवाला प्रति-पाला,
मेरा लाल लंगोटे वाला ॥
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पुरुषोत्तम मास माहात्म्य कथा: अध्याय 2 (Purushottam Mas Mahatmya Katha: Adhyaya 2)
लक्ष्मण मूर्छित पड़े धरणी पर,
वैद्य बुलाकर लाया,
आज्ञा पा संजीवन लाने,
आज्ञा पा संजीवन लाने,
पवन वेग से चाला,
रखवाला प्रति-पाला,
मेरा लाल लंगोटे वाला ॥
रखवाला प्रतिपाला,
मेरा लाल लंगोटे वाला,
कदम कदम पर रक्षा करता,
कदम कदम पर रक्षा करता,
घर घर करे उजाला,
रखवाला प्रतिपाला,
मेरा लाल लंगोटे वाला ॥