हम शरण तेरी आए है झुकाने को ये सर – भजन (Hum Sharan Teri Aaye Hai Jhukane Ko Ye Sar)

jambh bhakti logo

हम शरण तेरी आए है,
झुकाने को ये सर,
कर दो उद्धार प्रभु मेरा,
डाल के इक नजर,
हम शरण तेरी आये है,
झुकाने को ये सर ॥

इक नजर तेरी खिलाती है,
जिन्दगी की कली,
तेरी नजरों से ही होती है,
रोशन हर गली,
मुझको ये आस है,
मुझपे भी होगी तेरी मेहर,
हम शरण तेरी आये है,
झुकाने को ये सर ॥

हारने वालों को बस एक,
ठिकाना है तेरा,
जिसको बस एक सहारा है,
प्रभु एक तेरा,
उसपे पड़ जाती है,
बाबा तेरी दीदारे नजर,
हम शरण तेरी आये है,
झुकाने को ये सर ॥

गलती जो भी करी है मैंने,
उसे मानता हूँ,
तेरे दरबार के बारे में,
थोडा जानता हूँ,
थाम लो हाथ प्रभु मेरा,
ले लो मेरी खबर,
हम शरण तेरी आये है,
झुकाने को ये सर ॥

श्री लक्ष्मी सुक्तम् - ॐ हिरण्यवर्णां हरिणींसुवर्णरजतस्रजाम् (Sri Lakshmi Suktam - Om Hiranya Varnam)

कार्तिक मास माहात्म्य कथा: अध्याय 31 (Kartik Mas Mahatmya Katha: Adhyaya 31)

जन्माष्टमी भजन - यशोमती मैया से बोले नंदलाला (Yashomati Maiyya Se Bole Nandlala)

हम शरण तेरी आए है,
झुकाने को ये सर,
कर दो उद्धार प्रभु मेरा,
डाल के इक नजर,
हम शरण तेरी आये है,
झुकाने को ये सर ॥

आरती कुंजबिहारी की | आओ भोग लगाओ प्यारे मोहन | श्री बांके बिहारी तेरी आरती गाऊं | आरती श्री बाल कृष्ण जी की | ॐ जय जगदीश हरे | मधुराष्टकम्: धरं मधुरं वदनं मधुरं | कृष्ण भजन | अच्चुतम केशवं कृष्ण दामोदरं | श्री कृष्णा गोविन्द हरे मुरारी

Picture of Sandeep Bishnoi

Sandeep Bishnoi

Leave a Comment