ओ राही रुक जाना, जहाँ चितचोर बसे, उस राह पे मत जाना: भजन (O Rahi Ruk Jana Jaha Chitchor Base Us Raah Pe Mat Jana)

jambh bhakti logo

ओ राही रुक जाना,
जहाँ चितचोर बसे,
उस राह पे मत जाना ॥

मोहन बड़ा छलिया है,
मोहन बड़ा छलिया है,
सर पे मोर मुकुट,
हाथों में मुरलिया है,
ओ राहीं रुक जाना,
जहाँ चितचोर बसे,
उस राह पे मत जाना ॥

तेरा धन नहीं लूटेगा,
तेरा धन नहीं लूटेगा,
तिरछी नजरिया से,
तेरे मन को लूटेगा,
ओ राहीं रुक जाना,
जहाँ चितचोर बसे,
उस राह पे मत जाना ॥

सुन ले पछताएगा,
सुन ले पछताएगा,
उसके पास गया,
फिर लौट ना आएगा,
ओ राहीं रुक जाना,
जहाँ चितचोर बसे,
उस राह पे मत जाना ॥

वो मुरली बजाएगा,
वो मुरली बजाएगा,
मीठी मीठी तानों से,
तेरे चित को चुराएगा,
ओ राहीं रुक जाना,
जहाँ चितचोर बसे,
उस राह पे मत जाना ॥

मुश्किल करे आसान जो, वो नाम तो हनुमान है: भजन (Mushkil Kare Aasan Jo Vo Naam To Hanuman Hai)

स्वीकार हमें करले, हम दुखड़ो के मारे है - भजन (Swikar Hame Karle Ham Dukhdo Ke Maare Hai)

यशोदा माँ के होयो लाल, बधाई सारे भक्ता ने: भजन (Yasoda Ma Ke Hoyo Laal Badhai Saare Bhagta Ne)

ओ राही रुक जाना,
जहाँ चितचोर बसे,
उस राह पे मत जाना ॥

Sandeep Bishnoi

Sandeep Bishnoi

Leave a Comment