छत्रधारी छत्रपति छैल रूप छितनाथ
छौनी कर छाया बर छत्रीपत गाईइ
राजन के राजा महाराजन के महाराजा
ऐसा राज्य छोड़ और दूजा कौन धियाएई
राजन के राजा महाराजन के महाराजा
राजन के राजा महाराजन के महाराजा
छत्रधारी छत्रपति छैल रूप छितनाथ
छौनी कर छाया बर छत्रीपत गाईइ
छत्रधारी छत्रपति छैल रूप छितनाथ
छौनी कर छाया बर छत्रीपत गाईइ
राजन के राजा महाराजन के महाराजा
राजन के राजा महाराजन के महाराजा
बिसुनाथ विश्वंभर बेदनाथ बालाकर
बिसुनाथ विश्वंभर बेदनाथ बालाकर
बाजीगरी बन धारी बंधन बथाईई।
बिल्वाष्टोत्तरशतनामस्तोत्रम् (Bilva Ashtottara Shatnam Stotram)
अवध में छाई खुशी की बेला: भजन (Avadh Me Chhai Khushi Ki Bela)
गौरा ढूंढ रही पर्वत पर: गौरी भजन (Gora Dhund Rahi Parvat Pe)
निओली करम दूधाधारी बिद्याधर ब्रह्मचारी
ध्यान को लगवै नैक ध्यान हुन पाई।
ध्यान को लगवै नैक ध्यान हुन पाई।
राजन के राजा महाराजन के महाराजा
राजन के राजा महाराजन के महाराजा
ऐसा राज्य छोड़ दो और दूजा कौन धियाएई
ऐसा राज्य छोड़ दो और दूजा कौन धियाएई
राजन के राजा महाराजन के महाराजा
राजन के राजा महाराजन के महाराजा
राजन के राजा महाराजन के महाराजा