मेरी भक्ति के बदले वचन देना,
मुझे झुँझनु में अगला जनम देना ॥
रोज़ मुझे दर पे बुलाती तू रहना,
हाथ मेरे सर पे फिराती तू रहना,
मेरी झोली में सेवा का धन देना,
मुझे झुँझनु में अगला जनम देना ॥
मंदिर तेरा मुक्ति का धाम दादी,
इतना सा करना बस एहसान दादी,
तेरी चौखट पे जीवन मरण देना,
मुझे झुँझनु में अगला जनम देना ॥
आँखों से आंसू बरसने लगे माँ,
सुनने को कान तरसने लगे माँ,
मेरे भजनों में इतना वजन देना,
मुझे झुँझनु में अगला जनम देना ॥
जिस चुनड़ी का देव गुणगान करते,
झुक झुक ‘बनवारी’ जिसे प्रणाम करते,
इसके आँचल में मुझको शरण देना,
मुझे झुँझनु में अगला जनम देना ॥
राम जपते रहो, काम करते रहो: भजन (Ram Japate Raho, Kam Karte Raho)
रोम रोम में बस हुआ है एक उसी का नाम: भजन (Rom Rom Me Basa Hua Hai Ek Usi Ka Naam)
श्री महालक्ष्मी अष्टक (Shri Mahalakshmi Ashtakam)
मेरी भक्ति के बदले वचन देना,
मुझे झुँझनु में अगला जनम देना ॥
दुर्गा चालीसा | आरती: जय अम्बे गौरी, मैया जय श्यामा गौरी | आरती: अम्बे तू है जगदम्बे काली | महिषासुरमर्दिनि स्तोत्रम् | माता के भजन