कैसे कह दूँ,
दुआ बेअसर हो गई,
मैं रोया,
मेरी माँ को खबर हो गई,
मैं रोया,
मेरी मां को खबर हो गई ॥
पोंछे आंसू मेरी माँ ने,
बड़े प्यार से,
दिल तो भर आया और,
आँखे नम हो गई,
कैसे कह दूँ,
दुआ बेअसर हो गई,
मैं रोया,
मेरी मां को खबर हो गई ॥
माँ के चरणों को छूकर,
निहाल हो गया,
कुछ ना बोला फिर भी,
माँ को खबर हो गई,
कैसे कह दूँ,
दुआ बेअसर हो गई,
मैं रोया,
मेरी मां को खबर हो गई ॥
पूछा लोगों ने माँ के,
दर से क्या मिल गया,
मैंने बोला मुझे,
जीने की डगर मिल गई,
कैसे कह दूँ,
दुआ बेअसर हो गई,
मैं रोया,
मेरी मां को खबर हो गई ॥
कैसे कह दूँ,
दुआ बेअसर हो गई,
मैं रोया,
मेरी माँ को खबर हो गई,
मैं रोया,
मेरी मां को खबर हो गई ॥
चित्तौड़ की कथा ओर जाम्भोजी भाग 1
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