कोई देवता नही है,
भोले नाथ की तरह,
लूटाते है खजाना बरसात की तरह,
लूटाते है खजाना बरसात की तरह ॥
शिव ने हमारे वास्ते,
क्या क्या नहीं किया,
सौ बार शुक्रिया है,
सौ सौ बार शुक्रिया,
रखते खयाल मेरा,
औलाद की तरह,
लूटाते है खजाना बरसात की तरह,
लूटाते है खजाना बरसात की तरह ॥
अहसान इनके लाखों है,
कितने मैं गिनाऊँ,
किस किस को बताऊँ,
और क्या क्या मैं बताऊँ,
ये लाज मेरी समझे,
अपनी लाज की तरह,
लूटाते है खजाना बरसात की तरह,
लूटाते है खजाना बरसात की तरह ॥
अब माँगने को हाथ,
ये उठते नही मेरे,
कहता ‘पवन’ अब कोई,
चिंता नहीं घेरे,
रहे संग ये हमेशा,
मेरी साँस की तरह,
लूटाते है खजाना बरसात की तरह,
लूटाते है खजाना बरसात की तरह ॥
शीतलाष्टक स्तोत्र (Sheetla Ashtakam Stotram)
नृसिंह आरती ISKCON (Narasimha Aarti ISKCON)
राम जी से पूछे जनकपुर की नारी: भजन (Ram Ji Se Puche Janakpur Ki Nari)
कोई देवता नही है,
भोले नाथ की तरह,
लूटाते है खजाना बरसात की तरह,
लूटाते है खजाना बरसात की तरह ॥








