हमें तो जो भी दिया,
मेरी मैया ने दिया,
हमेशा आपके हाथो से,
सर झुका के लिया,
हमे तो जो भी दिया,
मेरी मईया ने दिया ॥
मेरी ये जिंदगी,
मैया तेरी अमानत है,
बदल जो जाऊ,
मैं माँ से तो मुझपे लालत़ है,
हमेशा माँ की,
चौखट से मुस्कुरा के गया,
हमे तो जो भी दिया,
मेरी मईया ने दिया ॥
जहां में मैया,
तुम्हारा कोई जवाब नही,
दयालु ऐसी,
दया का कोई हिसाब नही,
हमेशा मैया ने,
बिन बोले हमारा काम किया,
हमे तो जो भी दिया,
मेरी मईया ने दिया ॥
निभाया अब तक,
आगे भी तुम निभा देना,
तेरी तोहीन है,
किसी और से भीक्षा लेना,
हमेशा द्वार से,
‘बनवारी’ झोली भर के गया,
हमे तो जो भी दिया,
मेरी मईया ने दिया ॥
हमें तो जो भी दिया,
मेरी मैया ने दिया,
हमेशा आपके हाथो से,
सर झुका के लिया,
हमे तो जो भी दिया,
मेरी मईया ने दिया ॥
दारिद्र्य दहन शिवस्तोत्रं (Daridraya Dahana Shiv Stotram)
मंत्र पुष्पांजलि - ॐ यज्ञेन यज्ञमयजन्त (Mantra Pushpanjali)
विरात्रा री पहाड़ियों में, धाम थारो: भजन (Viratra Ri Pahadiyon Me Dham Tharo)
दुर्गा चालीसा | आरती: जय अम्बे गौरी, मैया जय श्यामा गौरी | आरती: अम्बे तू है जगदम्बे काली | महिषासुरमर्दिनि स्तोत्रम् | माता के भजन