गजानंद आँगन आया जी: भजन (Gajanand Aangan Aaya Ji )

jambh bhakti logo

म्हारा माँ गौरी का लाल,
गजानंद आंगन आया जी,
आँगन आया जी गजानंद,
आंगन आया जी,
म्हारा माँ गौरी का लाल,
गजानन्द आँगन आया जी ॥

पान चड़ाऊ फूल चड़ाऊ,
और चड़ाऊ मेवा जी,
लडूवन का तो भोग लगाऊं,
श्री गणराया जी,
म्हारा माँ गौरी का लाल,
गजानन्द आँगन आया जी ॥

रिद्धि मनाऊं सिद्धि मनाऊं,
और मनाऊं माँ गौरा जी,
शिव शंकर का ध्यान लगाऊं,
प्रथमे ध्यावा जी,
म्हारा माँ गौरी का लाल,
गजानन्द आँगन आया जी ॥

द्वार सजावा कलश सजावा,
बंदनवार लगावां जी,
धूप दीप और करा आरती,
मंगल गावां जी,
म्हारा माँ गौरी का लाल,
गजानन्द आंगन आया जी ॥

स्वर्ग खोलने की कूंची (श्री गुरु जम्भेश्वर भगवान ने बताया)

रोम रोम में बस हुआ है एक उसी का नाम: भजन (Rom Rom Me Basa Hua Hai Ek Usi Ka Naam)

हर घड़ी याद तेरी आये सौतन बनके: भजन (Har Ghadi Yaad Teri Aaye Sautan Banke)

म्हारा माँ गौरी का लाल,
गजानंद आँगन आया जी,
आंगन आया जी गजानंद,
आंगन आया जी,
म्हारा माँ गौरी का लाल,
गजानन्द आँगन आया जी ॥

Picture of Sandeep Bishnoi

Sandeep Bishnoi

Leave a Comment