ज्योति कलश छलके – भजन (Jyoti Kalash Chhalake)

jambh bhakti logo

ज्योति कलश छलके
ज्योति कलश छलके
ज्योति कलश छलके
ज्योति कलश छलके
हुए गुलाबी, लाल सुनहरे
रंग दल बादल के
ज्योति कलश छलके

घर आंगन वन उपवन उपवन
करती ज्योति अमृत के सींचन
मंगल घट ढल के
मंगल घट ढल के
ज्योति कलश छलके

पात पात बिरवा हरियाला
धरती का मुख हुआ उजाला
सच सपने कल के
सच सपने कल के
ज्योति कलश छलके

ऊषा ने आँचल फैलाया
फैली सुख की शीतल छाया
नीचे आँचल के
नीचे आँचल के
ज्योति कलश छलके

ज्योति यशोदा धरती मैय्या
नील गगन गोपाल कन्हैय्या
श्यामल छवि झलके
श्यामल छवि झलके
ज्योति कलश छलके

उत्तर प्रदेशीय जमात सहित ऊदे का सम्भराथल आगमन ......समराथल कथा भाग 8

क्रोधात् भवति संमोहः (Krodhad Bhavati Sammohah)

आता रहा है सांवरा, आता ही रहेगा: भजन (Aata Raha Hai Sanwara Aata Hi Rahega)

अम्बर कुमकुम कण बरसाये
फूल पँखुडियों पर मुस्काये
बिन्दु तुहिन जल के
बिन्दु तुहिन जल के
ज्योति कलश छलके

Picture of Sandeep Bishnoi

Sandeep Bishnoi

Leave a Comment