आंख फरुके बोले कागलियो,
म्हारो हरसे छे हिवड़ो आज,
सांवरियो आवेलो,
म्हारो हरसे छे हिवड़ो आज,
सांवरियो आवैलो,
आंख फरुके बोले कागलियो ॥
मनड़े रो मीत मिलन म्हासू आवे,
मन हरसे नैणां नीर बहावे,
मैं तो घणो ही करुला मनवार,
सांवरियो आवैलो,
आंख फरुके बोले कागलियो ॥
भोऴो सो पंछी हूं नेम ना जाणूं,
पूजा विधि कोई मंत्र ना जाणू,
मैं तो जाणूं जाणूं बस थारो नाम,
सांवरियो आवैलो,
आंख फरुके बोले कागलियो ॥
मिलस्यां बाबाजी थासू बातां करालां,
मनड़े री सारी मैं आज कवालां,
थासुं मिलने रो मनड़े में चाव.
सांवरियो आवैलो,
आंख फरुके बोले कागलियो ॥
गुण अवगुण म्हारा ध्यान न दीजों,
दृष्टि दया की बाबा म्हारे पे किजों,
म्हाने थारो ही है इक आधार,
सांवरियो आवैलो,
आंख फरुके बोले कागलियो ॥
राम सिया राम, कौशल्या, दशरथ के नंदन - भजन (Ram Siya Ram, Kaushalya Dashrath Ke Nandan)
भजन: बोलो हर हर हर, फिल्म शिवाय (Bolo Har Har Har From Shivaay Movie)
आंख फरुके बोले कागलियो,
म्हारो हरसे छे हिवड़ो आज,
सांवरियो आवेलो,
म्हारो हरसे छे हिवड़ो आज,
सांवरियो आवैलो,
आंख फरुके बोले कागलियो ॥