सांवरियो आवेलो: भजन (Sanwariyo Aavelo)

jambh bhakti logo

आंख फरुके बोले कागलियो,
म्हारो हरसे छे हिवड़ो आज,
सांवरियो आवेलो,
म्हारो हरसे छे हिवड़ो आज,
सांवरियो आवैलो,
आंख फरुके बोले कागलियो ॥

मनड़े रो मीत मिलन म्हासू आवे,
मन हरसे नैणां नीर बहावे,
मैं तो घणो ही करुला मनवार,
सांवरियो आवैलो,
आंख फरुके बोले कागलियो ॥

भोऴो सो पंछी हूं नेम ना जाणूं,
पूजा विधि कोई मंत्र ना जाणू,
मैं तो जाणूं जाणूं बस थारो नाम,
सांवरियो आवैलो,
आंख फरुके बोले कागलियो ॥

मिलस्यां बाबाजी थासू बातां करालां,
मनड़े री सारी मैं आज कवालां,
थासुं मिलने रो मनड़े में चाव.
सांवरियो आवैलो,
आंख फरुके बोले कागलियो ॥

गुण अवगुण म्हारा ध्यान न दीजों,
दृष्टि दया की बाबा म्हारे पे किजों,
म्हाने थारो ही है इक आधार,
सांवरियो आवैलो,
आंख फरुके बोले कागलियो ॥

मेरी अखियाँ तरस रही, भोले का दीदार पाने को: भजन (Meri Akhiyan Taras Rahi Bhole Ka Didar Pane Ko)

जानकी स्तुति - भई प्रगट कुमारी (Janaki Stuti - Bhai Pragat Kumari)

श्री गुरु जम्भेश्वर भगवान गोचारण लीला भाग 2

आंख फरुके बोले कागलियो,
म्हारो हरसे छे हिवड़ो आज,
सांवरियो आवेलो,
म्हारो हरसे छे हिवड़ो आज,
सांवरियो आवैलो,
आंख फरुके बोले कागलियो ॥

Picture of Sandeep Bishnoi

Sandeep Bishnoi

Leave a Comment