रखवाला प्रतिपाला,
मेरा लाल लंगोटे वाला,
कदम कदम पर रक्षा करता,
कदम कदम पर रक्षा करता,
घर घर करे उजाला,
रखवाला प्रतिपाला,
मेरा लाल लंगोटे वाला ॥
निशदिन तेरा ध्यान लगाऊं,
जपूँ आपकी माला,
धुप दिप नित ज्योत जगाऊँ,
धुप दिप नित ज्योत जगाऊँ,
पड़े ना यम से पाला,
रखवाला प्रति-पाला,
मेरा लाल लंगोटे वाला ॥
मन मंदिर में वास करो प्रभु,
ओ अंजनी के लाला,
पापों का मेरे नाश करो तूम,
पापों का मेरे नाश करो तूम,
बनके दीनदयाला,
रखवाला प्रति-पाला,
मेरा लाल लंगोटे वाला ॥
लाल सूरत मेरे मन को मोहे,
शीश पे मुकुट विशाला,
कानन कुण्डल तिलक विशाला,
कानन कुण्डल तिलक विशाला,
गल मोतियन की माला,
रखवाला प्रति-पाला,
मेरा लाल लंगोटे वाला ॥
राम सिया तेरे मन सोहे,
अजर अमर तेरी माया,
घर घर होवे पूजा तेरी,
घर घर होवे पूजा तेरी,
सिया सुध लाने वाला,
रखवाला प्रति-पाला,
मेरा लाल लंगोटे वाला ॥
चालीसा: भगवान श्री शीतलनाथ जी (Bhagwan Shri Sheetalnath Ji)
मत रोवै ए धौली धौली गाँ - भजन (Mat Rove Aie Dholi Dholi Gay)
हर ग्यारस खाटू में अमृत जो बरसता है - भजन (Har Gyaras Khatu Me Amrit Jo Barasta Hai)
लक्ष्मण मूर्छित पड़े धरणी पर,
वैद्य बुलाकर लाया,
आज्ञा पा संजीवन लाने,
आज्ञा पा संजीवन लाने,
पवन वेग से चाला,
रखवाला प्रति-पाला,
मेरा लाल लंगोटे वाला ॥
रखवाला प्रतिपाला,
मेरा लाल लंगोटे वाला,
कदम कदम पर रक्षा करता,
कदम कदम पर रक्षा करता,
घर घर करे उजाला,
रखवाला प्रतिपाला,
मेरा लाल लंगोटे वाला ॥








