शंख को पूजा कार्य मे सम्लित करने हेतु, निम्न लिखित मंत्र का जप करना चाहिए।
त्वंपुरा सागरोत्पन्न विष्णुनाविघृतःकरे ।
देवैश्चपूजितः सर्वथौपाच्चजन्यमनोस्तुते ॥
सरल भाव:
त्वं पुरा सागरोत्पन्न विष्णुना विधृत: करे ।
देवैश्चपूजितः सर्वथौ पाञ्चजन्य नमोऽस्तु ते ॥
कावड़ियां ले चल गंग की धार: भजन (Kawadiya Le Chal Gang Ki Dhar)
राम को मांग ले मेरे प्यारे: भजन (Ram Ko Maang Le Mere Pyare)
श्री गुरु जम्भेश्वर से उतरकालिन समराथल .......(-: समराथल कथा भाग 14:-)
Post Views: 263