कर्पूरगौरं करुणावतारं,
संसारसारम् भुजगेन्द्रहारम् ।
सदावसन्तं हृदयारविन्दे,
भवं भवानीसहितं नमामि ॥
हिन्दी अनुवाद:
शरीर कपूर की तरह गोरा है, जो करुणा के अवतार है, जो शिव संसार के मूल हैं। और जो महादेव सर्पराज को गले में हार के रूप में धारण किए हुए हैं, ऐसे हमेशा प्रसन्न रहने वाले भगवान शिव को अपने ह्रदय कमल में शिव-पार्वती को एक साथ नमस्कार करता हूँ।
वैष्णव जन तो तेने कहिये, जे.. भजन (Vaishnav Jan To Tene Kahiye Je)
हे प्रभो आनंद-दाता ज्ञान हमको दीजिए - प्रार्थना (Hey Prabhu Anand Data Gyan Humko Deejiye)
जगन्नाथ महाप्रभु का महा रहस्य (The great mystery of Jagannath Mahaprabhu)
Post Views: 79