
परदे में बैठे, यूँ ना मुस्कुराइये: भजन (Parde Me Bethe Bethe Yun Na Muskuraiye)
परदे में बैठे-बैठे, यूँ ना मुस्कुराइये, आ गए तेरे दीवाने, जरा परदा हटाइए ॥ परदा तेरा हमें नहीं, मंजूर सांवरे, बैठा है छुप के दीवानो
परदे में बैठे-बैठे, यूँ ना मुस्कुराइये, आ गए तेरे दीवाने, जरा परदा हटाइए ॥ परदा तेरा हमें नहीं, मंजूर सांवरे, बैठा है छुप के दीवानो
एक डाल दो पंछी बैठा, कौन गुरु कौन चेला, गुरु की करनी गुरु भरेगा, चेला की करनी चेला रे साधु भाई, उड़ जा हंस अकेला
हिम्मत ना हारिए, प्रभु ना बिसारिए । हँसते मुस्कुराते हुये, जिंदगी गुजारिए ॥ काम ऐसे कीजिये कि, जिनसे हो सब का भला । बातें ऐसे
जरी की पगड़ी बांधे, सुंदर आँखों वाला, कितना सुंदर लागे बिहारी, कितना लागे प्यारा, जरी की पगड़ी बाँधे ॥ कानों में कुण्डल साजे, सिर मोर
ज्योति कलश छलके ज्योति कलश छलके ज्योति कलश छलके ज्योति कलश छलके हुए गुलाबी, लाल सुनहरे रंग दल बादल के ज्योति कलश छलके घर आंगन
एक तू ही मेरा जग बेगाना, कन्हैया मेरी लाज रखना, मैने सब कुछ तुमको ही माना, कन्हैंया मेरी लाज रखना, एक तू ही मेरा जग
चैत्र नवरात्रि, शारदीय नवरात्रि, दुर्गा पूजा, गुप्त नवरात्रि, माता की चौकी, देवी जागरण, अष्टमी तथा शुक्रवार को गाए जाने वाले प्रसिद्ध माता के भजन।