तुम शरणाई आया ठाकुर – शब्द कीर्तन (Tum Sharnai Aaya Thakur)

jambh bhakti logo

तुम शरणाई आया ठाकुर
तुम शरणाई आया ठाकुर ॥

उतरि गइओ मेरे मन का संसा,
जब ते दरसनु पाइआ ॥
तुम शरणाई आया ठाकुर

अनबोलत मेरी बिरथा जानी
अपना नामु जपाइआ ॥
तुम शरणाई आया ठाकुर

दुख नाठे सुख सहजि समाए,
अनद अनद गुण गाइआ ॥
तुम शरणाई आया ठाकुर

बाह पकरि कढि लीने अपुने,
ग्रिह अंध कूप ते माइआ ॥
तुम शरणाई आया ठाकुर

तेरी ज्योति में वो जादू है: भजन (Teri Jyoti Me Wo Jadu Hai)

तू ले मईया का नाम, तेरे पुरण होंगे काम: भजन (Tu Le Maiya Ka Naam Tere Puran Honge Kaam)

* जम्भेश्वर समकालीन समराथल* ....समराथल धोरे की कथा। भाग 2

कहु नानक गुरि बंधन काटे,
बिछुरत आनि मिलाइआ ॥
तुम शरणाई आया ठाकुर

Picture of Sandeep Bishnoi

Sandeep Bishnoi

Leave a Comment