सुनो मैया मेरी सरकार ॥
श्लोक – या देवी सर्वभूतेषु,
शक्ति-रूपेण संस्थिता,
नमस्तस्यै नमस्तस्यै,
नमस्तस्यै नमो नमः ॥
सुनो मैया मेरी सरकार,
आ गया अब मैं तेरे द्वार,
दास तेरा हो जाऊं,
झूठी दुनिया का हूँ फिलहाल,
मैं तेरा हो जाऊं,
कुछ ऐसा कर कमाल,
मैं तेरा हो जाऊं,
झूठी दुनिया का हूँ फिलहाल,
मैं तेरा हो जाऊं ॥
दुनिया के झूठे नाते,
मैं छोड़ के आया हूँ,
अपना ले शेरोवाली,
दुनिया का सताया हूँ,
मेरी सुन ले मैया पुकार,
मेरी सुन ले मैया पुकार,
मैं तेरा हो जाऊं,
झूठी दुनिया का हूँ फिलहाल,
मैं तेरा हो जाऊं ॥
आया जो दर पे तेरे,
बनकर कोई सवाली,
सुनली है तूने अरजी,
लौटाया नहीं खाली,
रहूँ तेरा शुक्रगुज़ार,
रहूँ तेरा शुक्रगुज़ार,
मैं तेरा हो जाऊं,
झूठी दुनिया का हूँ फिलहाल,
मैं तेरा हो जाऊं ॥
बिच्च पहाड़ा मैया,
जगजननी वास तेरा,
रूठे दुनिया गर सारी,
छूटे ना साथ तेरा,
भक्तों को ले संभाल,
भक्तों को ले संभाल,
मैं तेरा हो जाऊं,
झूठी दुनिया का हूँ फिलहाल,
मैं तेरा हो जाऊं ॥
चित्तौड़ की कथा ओर जाम्भोजी भाग 1
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सुनो मैया मेरी सरकार,
आ गया अब मैं तेरे द्वार,
दास तेरा हो जाऊं,
झूठी दुनिया का हूँ फिलहाल,
मैं तेरा हो जाऊं,
कुछ ऐसा कर कमाल,
मैं तेरा हो जाऊं,
झूठी दुनिया का हूँ फिलहाल,
मैं तेरा हो जाऊं ॥
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