सो सतगुरु प्यारा मेरे नाल है,
जिथे किथे मैनु लै छडाई
तिस गुरु कौ हौ वारिया,
जिन हर की हर कथा सुनाई,
तिस गुरु को सद बल हारनै,
जिन हर सेवा बड़त बड़ाई,
सो सतगुरु प्यारा मेरे नाल है
तिस गुर कौ शाबाश हैं,
जिन हर सो जी पाई,
नानक गुर वीटो वारया
जिन हर नाम दिया,
मेरे मन की आश पुराई,
सो सतगुरु प्यारा मेरे नाल हैं
सो सतगुरु प्यारा मेरे नाल हैं,
जिथे किथे मैनु लै छडाइ
द्वादश ज्योतिर्लिङ्ग स्तोत्रम् (Dwadash Jyotirlinga Stotram)
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