परिवार मेरा मैया,
करता है तेरी भक्ति,
भक्ति से सदा मिलती,
तेरे भक्तों को माँ शक्ति ॥
इच्छा से मैया तेरी,
होता यहां सवेरा,
हम सबके मन में मैया,
तेरा ही है बसेरा,
तेरा ही है बसेरा,
चरणों में मैया तेरे,
खुशियां हैं हमको मिलती,
भक्ति से सदा मिलती,
तेरे भक्तों को माँ शक्ति ॥
दर्शन को तेरे मैया,
तरसें हमारे नैना,
पाके दर्श को तेरे,
मिलेगा हमको चैना,
मिलेगा हमको चैना,
अखियां हमारी मैया,
तेरा इंतज़ार करतीं,
भक्ति से सदा मिलती,
तेरे भक्तों को माँ शक्ति ॥
परिवार मेरा मैया,
करता है तेरी भक्ति,
भक्ति से सदा मिलती,
तेरे भक्तों को माँ शक्ति ॥
पुरुषोत्तम मास माहात्म्य कथा: अध्याय 13 (Purushottam Mas Mahatmya Katha: Adhyaya 13)
श्री तुलसी षोडशकनाम स्तोत्रम् (Shri Tulasi Shodashakanam Strotam)
स्वर्ग खोलने की कूंची (श्री गुरु जम्भेश्वर भगवान ने बताया)
दुर्गा चालीसा | आरती: जय अम्बे गौरी, मैया जय श्यामा गौरी | आरती: अम्बे तू है जगदम्बे काली | महिषासुरमर्दिनि स्तोत्रम् | माता के भजन








