मैया री एक भाई दे दे दे दे,
ना तो मैं मर जांगी,
मेरे दर्द की दवाई दे दे दे दे,
ना तो मैं मर जांगी,
मईया री एक भाई दे दे दे दे,
ना तो मैं मर जांगी ॥
मेरी क्या है खता,
नहीं मुझको पता,
भाई क्यों नहीं मेरे,
मैया ये तो बता,
बस मुझको ये सफाई दे दे दे दे,
ना तो मैं मर जांगी,
मईया री एक भाई दे दे दे दे,
ना तो मैं मर जांगी ॥
मेरे होता जो वीर,
ना बरसता ये नीर,
ऐसी खोटी लिखी है,
क्यों मेरी तकदीर,
राखी को एक कलाई दे दे दे दे,
ना तो मैं मर जांगी,
मईया री एक भाई दे दे दे दे,
ना तो मैं मर जांगी ॥
भाई बिन कैसा प्यार,
कैसा राखी का त्यौहार,
कहे ‘सिंहपुरिया’ मेरी भी,
सुन लो पुकार,
बहना को एक सहाई दे दे दे दे,
ना तो मैं मर जांगी,
मईया री एक भाई दे दे दे दे,
ना तो मैं मर जांगी ॥
मैया री एक भाई दे दे दे दे,
ना तो मैं मर जांगी,
मेरे दर्द की दवाई दे दे दे दे,
ना तो मैं मर जांगी,
मईया री एक भाई दे दे दे दे,
ना तो मैं मर जांगी ॥
कण-कण में है राम समाया, जान सके तो जान: भजन (Kan Kan Me Hai Ram Samaya Jan Sake Too Jan)
श्री सत्यनारायण कथा - तृतीय अध्याय (Shri Satyanarayan Katha Tritiya Adhyay)
सत्यवादी राजा हरिश्चन्द्र भाग 1
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