माँ गौरी के लाल गजानन,
आज आओ पधारो मेरे आँगन,
गौरी शंकर के लाल गजानन ॥
वीर गणपत उमापुत्र प्यारे,
सारी श्रष्टि है तेरे सहारे,
सारी श्रष्टि है तेरे सहारे,
मंगल मूर्ति है मूषक वाहन,
आज आओ पधारो मेरे आँगन,
मां गौरी के लाल गजानन,
आज आओ पधारो मेरे आँगन,
गौरी शंकर के लाल गजानन ॥
मंगल करता सिद्धिदाता विनायक,
बुद्धि प्रियवक्रतुंड मुक्तिदायक,
बुद्धि प्रियवक्रतुंड मुक्तिदायक,
भक्त नाचे बजाते है बाजन,
आज आओ पधारो मेरे आँगन,
मां गौरी के लाल गजानन,
आज आओ पधारो मेरे आँगन,
गौरी शंकर के लाल गजानन ॥
विघ्नहर्ता प्रभु विघ्नेश जी,
कष्ट काटों मेरे श्री गणेश जी,
कष्ट काटों मेरे श्री गणेश जी,
लिखते देवेन्द्र अमित मांगे मांगन,
आज आओ पधारो मेरे आँगन,
मां गौरी के लाल गजानन,
आज आओ पधारो मेरे आँगन,
गौरी शंकर के लाल गजानन ॥
मेहराँ वालिया साइयाँ रखी चरना दे कोळ - शब्द कीर्तन (Mehra Waliya Rakhi Charna De Kol)
धन जोबन और काया नगर की - भजन (Dhan Joban Aur Kaya Nagar Ki)
गोविन्द जय-जय, गोपाल जय-जय - भजन (Govind Jai Jai, Gopal Jai Jai)
माँ गौरी के लाल गजानन,
आज आओ पधारो मेरे आँगन,
गौरी शंकर के लाल गजानन ॥