जागो गौरी नंदन जागो,
जागो गौरी नँदन जागो,
जग उजियारा फैला तेज तिहारा,
जागो गौरी नँदन जागो ॥
माँ गिरिजा ने तुझे जन्म दिया है,
शिव भोले ने उपदेश दिया है,
प्रथमे तुझको सब ही मनाए,
जागो गौरी नँदन जागो,
जग उजियारा फैला तेज तिहारा,
जागो गौरी नँदन जागो ॥
अरब खरब के हो वरदाता,
रिद्धि सिद्धि नवनिधि के दाता,
भक्तन के भंडार भराए,
जागो गौरी नँदन जागो,
जग उजियारा फैला तेज तिहारा,
जागो गौरी नँदन जागो ॥
जनम जनम के दास तिहारे,
हाथ जोड़ कर खड़े है द्वारे,
हर मुश्किल में तुम ही सहारे,
जागो गौरी नँदन जागो,
जग उजियारा फैला तेज तिहारा,
जागो गौरी नँदन जागो ॥
नंदभवन में उड़ रही धूल - भजन (Nand Bhavan Me Ud Rahi Dhul)
कार्तिक मास माहात्म्य कथा: अध्याय 33 (Kartik Mas Mahatmya Katha: Adhyaya 33)
जाम्भोजी का भ्रमण करना (काबूल में जीव हत्या बंद करवाना) भाग 2
जागो गौरी नंदन जागो,
जागो गौरी नँदन जागो,
जग उजियारा फैला तेज तिहारा,
जागो गौरी नँदन जागो ॥