भोले शंकर मैं तुम्हारा,
लगता नहीं कोई,
पर जितना किया तुमने,
करता नहीं कोई,
भोले शंकर मै तुम्हारा,
लगता नहीं कोई ॥
जब जब भी दिल ये मेरा,
उदास होता है,
तू मेरे पास खड़ा,
अहसास होता है,
ढूंढा तेरे जैसा भोले,
मिलता नहीं कोई,
भोले शंकर मै तुम्हारा,
लगता नहीं कोई ॥
कोई भी मुसीबत को,
ना पास भटकने दे,
बेटे की अँखियों से,
ना आंसू टपकने दे,
जज्बा तेरे जैसा बाबा,
रखता नहीं कोई,
भोले शंकर मै तुम्हारा,
लगता नहीं कोई ॥
जब जब भी पुकारूँ मैं,
जब भी फरियाद करूँ,
मुझे ऐसा लगता है,
तुमको नाराज करूँ,
वो गलती करता हूँ जो,
करता नहीं कोई,
भोले शंकर मै तुम्हारा,
लगता नहीं कोई ॥
‘बनवारी’ प्यार मेरा,
पहचानता नहीं,
मेरी गोद में बैठा है,
तू जानता नहीं,
गोदी में किसी को यूँ ही,
रखता नहीं कोई,
ये मत कहना तू मेरा,
लगता नहीं कोई,
भोले शंकर मै तुम्हारा,
लगता नहीं कोई ॥
दारिद्र्य दहन शिवस्तोत्रं (Daridraya Dahana Shiv Stotram)
पुरुषोत्तम मास माहात्म्य कथा: अध्याय 1 (Purushottam Mas Mahatmya Katha: Adhyaya 1)
भोले शंकर मैं तुम्हारा,
लगता नहीं कोई,
पर जितना किया तुमने,
करता नहीं कोई,
भोले शंकर मै तुम्हारा,
लगता नहीं कोई ॥