माँगा है मैने मैया से,
वरदान एक ही,
तेरी कृपा बनी रहे,
जब तक है ज़िंदगी ॥
जिस पर भी माँ का हाथ था,
वो पार हो गया,
जो भी शरण में आ गया,
उद्धार हो गया,
जिसका भरोसा मैया पर,
डूबा कभी नही,
तेरी कृपा बनी रहे,
जब तक है ज़िंदगी ॥
कोई समझ सका नहीं,
माया बड़ी अजीब,
जिसने भी माँ को पा लिया,
है वो ही खुशनसीब,
मैया की मर्ज़ी के बिना,
पत्ता हीले नही,
तेरी कृपा बनी रहे,
जब तक है ज़िंदगी ॥
ऐसी दयालु मैया से,
रिश्ता बनाइये,
मिलता रहेगा आपको,
जो कुछ भी चाहिए,
ऐसा करिश्मा होगा जो,
पहले हुआ नहीं,
तेरी कृपा बनी रहे,
जब तक है ज़िंदगी ॥
कहते है लोग जिंदगी,
किस्मत की बात है,
किस्मत बनाना भी मगर,
मैया के हाथ है,
‘बनवारी’ कर ले तू यकीन,
ज्यादा समय नहीं,
तेरी कृपा बनी रहे,
जब तक है ज़िंदगी ॥
अन्नपूर्णा आरती (Annapurna Aarti)
श्री शङ्कराचार्य कृतं - शिव स्वर्णमाला स्तुति (Shiv Swarnamala Stuti)
माँगा है मैने मैया से,
वरदान एक ही,
तेरी कृपा बनी रहे,
जब तक है ज़िंदगी ॥
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