अश्वत्थामा बलिर्व्यासो हनुमांश्च विभीषणः ।
कृपः परशुरामश्च सप्तैते चिरंजीविनः ॥1
सप्तैतान् संस्मरेन्नित्यं मार्कण्डेयमथाष्टमम् ।
जीवेद्वर्षशतं सोपि सर्वव्याधिविवर्जित ॥2 [पद्म पुराण 51/6-7]
अर्थात:
अश्वत्थामा, बलि, व्यास, हनुमान, विभीषण, कृपाचार्य और भगवान परशुराम ये सात महामानव चिरंजीवी हैं। [1]
यदि इन सात महामानवों और आठवे ऋषि मार्कण्डेय का नित्य स्मरण किया जाए तो शरीर के सारे रोग समाप्त हो जाते है और 100 वर्ष की आयु प्राप्त होती है। [2]
बजरंगबली मेरी नाव चली - भजन (Bajarangabali Meri Nav Chali)
राम का नाम लो: भजन (Ram Ka Naam Lo )
राम का सुमिरन किया करो - भजन (Ram Ka Sumiran Kiya Karo Prabhu Ke Sahare Jiya Kro)
Post Views: 3,319