ऊँचे पर्वत चढ़कर जो,
तेरे मंदिर आते हैं,
मैया जी तेरी महिमा गाते है,
मैया जी तेरी महिमा गाते है,
महिमा गाते है,
मैया जी तेरे दर्शन पाते है ॥
है जगदम्बा महारानी,
तेरा नहीं कोई सानी,
तू रण में रणचंडी माँ,
तू मन में शीतल है माँ,
हो, तेरे आगे देव भी सारे,
शीश झुकाते है,
मैया जी तेरी महिमा गाते है,
मैया जी तेरी महिमा गाते है,
महिमा गाते है,
मैया जी तेरे दर्शन पाते है ॥
हाथ त्रिशूल सुहावे,
तेरा दर्शन मन भावे,
ये तेरी शेर सवारी,
बड़ी लागे है प्यारी,
हो, भक्त तेरे दर्शन करने,
दरबार में आते है,
मैया जी तेरी महिमा गाते है,
मैया जी तेरी महिमा गाते है,
महिमा गाते है,
मैया जी तेरे दर्शन पाते है ॥
करे जो तेरी भक्ति,
मिले भक्ति से शक्ति,
जो तुझसे लगन लगाए,
वो भवसागर तर जाए,
हो, तेरे धाम जो आते,
तुझमे ही रम जाते है,
मैया जी तेरी महिमा गाते है,
मैया जी तेरी महिमा गाते है,
महिमा गाते है,
मैया जी तेरे दर्शन पाते है ॥
सुनो माँ ज्योतावली,
तू सबकी है रखवाली,
शरण में हमको रखना,
नहीं माँ दूर करना,
हो, तेरे मंदिर में जो,
अर्जी लगाने आते है,
मैया जी तेरी महिमा गाते है,
मैया जी तेरी महिमा गाते है,
महिमा गाते है,
मैया जी तेरे दर्शन पाते है ॥
नामवली: रामायण मनका 108 (Namavali: Ramayan Manka 108)
भगवा रंग चढ़ा है ऐसा, और रंग ना भाएगा - भजन (Bhagwa Rang Chadha Hai Aisa Aur Rang Na Bhayega)
राजदुलारी: तू महलों में रहने वाली (Rajdulaari: Tu Mahalon Main Rahne Wali)
ऊँचे पर्वत चढ़कर जो,
तेरे मंदिर आते हैं,
मैया जी तेरी महिमा गाते है,
मैया जी तेरी महिमा गाते है,
महिमा गाते है,
मैया जी तेरे दर्शन पाते है ॥
दुर्गा चालीसा | आरती: जय अम्बे गौरी, मैया जय श्यामा गौरी | आरती: अम्बे तू है जगदम्बे काली | महिषासुरमर्दिनि स्तोत्रम् | माता के भजन