तुम्हे दिल में बसाया,
तुम्हे अपना बनाया,
तूने जीना सिखाया भोलेनाथ जी,
तूने जीना सिखाया भोलेंनाथ जी ॥
गाड़ी दिलवाई तूने घर बनवाया,
मैंने उस घर में तेरा मंदिर बनाया,
मन के मंदिर में मैंने तुमको बिठाया,
तुम्हे दिल में बसाया,
तुम्हे अपना बनाया,
तूने जीना सिखाया भोलेंनाथ जी,
तूने जीना सिखाया भोलेंनाथ जी ॥
तेरे ही नाम का तिलक लगाऊं,
तिलक लगाऊं तेरी भक्ति बढ़ाऊं,
शिव शिव रट तेरी अलख जगाऊँ,
तुम्हे दिल में बसाया,
तुम्हे अपना बनाया,
तूने जीना सिखाया भोलेंनाथ जी,
तूने जीना सिखाया भोलेंनाथ जी ॥
यहाँ हर गली में बसता शिवा है,
बच्चा हो बूढ़ा हो सब भजता शिवा है,
डम डम डमरू बजायो रे भोलेबाबा,
तुम्हे दिल में बसाया,
तुम्हे अपना बनाया,
तूने जीना सिखाया भोलेंनाथ जी,
तूने जीना सिखाया भोलेंनाथ जी ॥
मंत्र: अलसस्य कुतः विद्या (Alasasya Kutah Vidya)
जाम्भोजी तथा रणधीर के प्रश्न तथा उत्तर
वीर हनुमाना अति बलवाना - भजन (Veer Hanumana Ati Balwana)
तुम्हे दिल में बसाया,
तुम्हे अपना बनाया,
तूने जीना सिखाया भोलेनाथ जी,
तूने जीना सिखाया भोलेंनाथ जी ॥