मैया तू करती है पल में कमाल,
मुझको भी करदे मैया तू मालामाल,
आया हूँ दर पे तेरे मुझको संभाल,
मुझको भी करदे मैया तू मालामाल ॥
मैया तू मेरा बस एक काम करदे,
मेरा भी जग में थोड़ा नाम करदे,
तूने तो सारे ही जग को संभाला है,
मैं भी तो माँ अंबे तेरा हूँ लाल,
मुझको भी करदे मैया तू मालामाल ॥
माँ तेरी है जग में शान निराली,
दर पे मैं आया हूँ बनके सवाली,
बच्चो की अपने माँ पल में तू सुनती है,
नज़रे माँ अपनी तू मुझपे भी डाल,
मुझको भी करदे मैया तू मालामाल ॥
मैली है काया माँ निर्मल तू करदे,
नित तुझको ध्याऊं मैया मुझको ये वरदे,
तूही तो सबकी माँ बिगड़ी बनाती है,
छल और कपट मेरे मन से निकाल,
मुझको भी करदे मैया तू मालामाल ॥
जीवन की नैया छोड़ी तेरे सहारे,
मैया रानी मेरे भी भरदे भंडारे,
खाली गया ना कोई दर जो तेरे आया है,
मन में रहे ना कोई सवाल,
मुझको भी करदे मैया तू मालामाल ॥
धर्मराज आरती - ॐ जय धर्म धुरन्धर (Dharmraj Ki Aarti - Om Jai Dharm Dhurandar)
मैया तू करती है पल में कमाल,
मुझको भी करदे मैया तू मालामाल,
आया हूँ दर पे तेरे मुझको संभाल,
मुझको भी करदे मैया तू मालामाल ॥
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