राम नाम आधार जिन्हें,
वो जल में राह बनाते हैं,
जिन पर कृपा राम करें,
वो पत्थर भी तिर जाते हैं ॥
लक्ष्य राम जी सिद्धि राम जी,
राम ही राह बनायी,
राम कर्म हैं राम ही कर्ता,
राम की सकल बड़ाई
राम काम करने वालों में,
राम की शक्ति समायी,
पृथक पृथक नामो से,
सारे काम करें रघुराई,
भक्त परायण निज भक्तो को,
सारा श्रेय दिलाते है,
जिन पर कृपा राम करें,
वो पत्थर भी तिर जाते हैं ॥
घट घट बसके आप ही अपना,
नाम रटा देते है,
नाम रटा देते है,
हर कारज में निज भक्तो का,
हाथ बटा देते है,
हाथ बटा देते है,
बाधाओं के सारे पथ्थर,
राम हटा देते है,
अपने ऊपर लेकर उनका,
भार घटा देते है,
पथ्थर क्या प्रभु तीनो लोक का,
सारा भार उठाते है,
जिन पर कृपा राम करें,
वो पत्थर भी तिर जाते हैं ॥
राम नाम आधार जिन्हें,
वो जल में राह बनाते हैं,
जिन पर कृपा राम करें,
वो पत्थर भी तिर जाते हैं ॥
कार्तिक मास माहात्म्य कथा: अध्याय 10 (Kartik Mas Mahatmya Katha: Adhyaya 10)
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