हर घडी भोले दिल में,
रहा कीजिये,
चरणों में प्रभु जी,
जगह दीजिये,
हर घड़ी भोले दिल में,
रहा कीजिये ॥
जो भी शरण में आया तुम्हारी,
उसको प्रभु जी निभाया,
जो भी शरण में आया तुम्हारी,
उसको प्रभु जी निभाया,
मुझको भी निभाना,
वचन दीजिये,
हर घड़ी भोले दिल में,
रहा कीजिये ॥
मुझे क्या पता है हे मेरे मालिक,
कैसे भला हो हमारा,
मुझे क्या पता है हे मेरे मालिक,
कैसे भला हो हमारा,
जो भी आप चाहे वही कीजिये,
हर घड़ी भोले दिल में,
रहा कीजिये ॥
जो भी किया है कैसे बताऊँ,
बताने के लायक नहीं है,
जो भी किया है कैसे बताऊँ,
बताने के लायक नहीं है,
बालक हूँ तुम्हारा क्षमा कीजिये,
हर घड़ी भोले दिल में,
रहा कीजिये ॥
‘बनवारी’ मेरी कोशिश यही है,
तुमको मैं अपना बना लूँ,
‘बनवारी’ मेरी कोशिश यही है,
तुमको मैं अपना बना लूँ,
कोशिश ये हमारी सफल कीजिये,
हर घड़ी भोले दिल में,
रहा कीजिये ॥
धूम मची है धूम माँ के दर: भजन (Dhoom Machi Hai Dhoom Maa Ke Dar)
जांभोजि द्वारा किए गए प्रश्न बिश्नोई समाज के बारे में?
श्री तुलसी षोडशकनाम स्तोत्रम् (Shri Tulasi Shodashakanam Strotam)
हर घडी भोले दिल में,
रहा कीजिये,
चरणों में प्रभु जी,
जगह दीजिये,
हर घड़ी भोले दिल में,
रहा कीजिये ॥