नाथों के नाथ महादेव शिव शंकर
भीड़ में सुनसान में साक्षात् शम्भुनाथ
ॐ की गुंजार में ओमकार शिव नाथ
दृश्य या अदृश्य हर पुकार में हर हर
शून्य शिखर सूक्षम वृहद् हर हर भोले नाथ
देवो के देव हे महादेव
विश्वेश्वरा सर्वोपरि त्वमेव
देवो के देव हे महादेव
परमेश्वरा हे शम्भू एक मेव
भक्ति ज्ञान ध्यान योग मनन जाप में
कष्ट विपदा जटिल कुटिल तपन ताप में
यक्ष दक्ष देव गन्धर्वो के राग में
नहीं में भी हाँ हाँ शिव पर प्रताप में
दसो दिशाओ नवो खंड आठ पहर हर हर हर..
देवो के देव हे महादेव
विहंगम जंगम हे शम्भू एकमेव
विश्वेश्वरा सर्वोपरि तवमेव
देवो के देव हे महादेव
सकट चौथ पौराणिक व्रत कथा - राजा हरिश्चंद्र.. (Sakat Chauth Pauranik Vrat Katha)
जन्माष्टमी भजन - यशोमती मैया से बोले नंदलाला (Yashomati Maiyya Se Bole Nandlala)
स्वांसां दी माला नाल सिमरन मैं तेरा नाम - शब्द कीर्तन (Swasa Di Mala Nal Simaran Main Tera Nam)
देवो के देव हे महादेव
विश्वेश्वरा सर्वोपरि त्वमेव
देवो के देव हे महादेव
परमेश्वर हे शम्भू एक मेव