भभूती रमाये बाबा भोले नाथ आए,
भोले नाथ आए बाबा डमरू बजाए,
भोले नाथ आए बाबा अलख जगाए ।
सखी एक बोली मैया बाहर पधारो ,
आयो एक बाबो दिखे बड़ो मतवारो,
भिक्षा देयीके कहदो आसन पधारो ।
॥ भभूती रमाये बाबा भोले नाथ आए..॥
भरी थार कंचन को मैया सिधारी,
नमन करीके मैया वचन उचारी,
आशीष दीजै बाबा सुखी भये मुरारी ।
॥ भभूती रमाये बाबा भोले नाथ आए..॥
बोले भोले बाबा मैया आशीष लीजै,
किन्तु एक हेतु मैया सिद्ध करीजै,
लायी के लाल मैया हाथ धरीजै ।
॥ भभूती रमाये बाबा भोले नाथ आए…॥
कार्तिक मास माहात्म्य कथा: अध्याय 11 (Kartik Mas Mahatmya Katha: Adhyaya 11)
आया बुलावा भवन से: भजन (Aaya Bulawa Bhawan Se)
मेरो खोय गयो बाजूबंद - होली रसिया (Mero Khoy Gayo Bajuband)
भभूती रमाये बाबा भोले नाथ आए,
भोले नाथ आए बाबा डमरू बजाए,
भोले नाथ आए बाबा अलख जगाए ।
Post Views: 194