भभूती रमाये बाबा भोले नाथ आए,
भोले नाथ आए बाबा डमरू बजाए,
भोले नाथ आए बाबा अलख जगाए ।
सखी एक बोली मैया बाहर पधारो ,
आयो एक बाबो दिखे बड़ो मतवारो,
भिक्षा देयीके कहदो आसन पधारो ।
॥ भभूती रमाये बाबा भोले नाथ आए..॥
भरी थार कंचन को मैया सिधारी,
नमन करीके मैया वचन उचारी,
आशीष दीजै बाबा सुखी भये मुरारी ।
॥ भभूती रमाये बाबा भोले नाथ आए..॥
बोले भोले बाबा मैया आशीष लीजै,
किन्तु एक हेतु मैया सिद्ध करीजै,
लायी के लाल मैया हाथ धरीजै ।
॥ भभूती रमाये बाबा भोले नाथ आए…॥
साखी - आये म्हारे जम्भ गुरु जगदीश,साखी - निवण करू गुरु जम्भने,साखी - साधे मोमणे कीयो रे इलोच
विष्णु अवतार जाम्भोजी ( Vishnu Avatar Jambhoji )
नाग पंचमी पौराणिक कथा (Nag Panchami Pauranik Katha)
भभूती रमाये बाबा भोले नाथ आए,
भोले नाथ आए बाबा डमरू बजाए,
भोले नाथ आए बाबा अलख जगाए ।
Post Views: 62