अमृत की बरसे बदरीया,
बाबा की दुअरिया,
अमृत की बरसें बदरीया,
बाबा की दुअरिया ॥
दादुर मोर पपीहा बोले,
दादुर मोर पपीहा बोले,
कूके काली कोयलिया,
बाबा की दुअरिया,
अमृत की बरसें बदरीया,
बाबा की दुअरिया ॥
भगत बाबा की आरती की उतारे,
भगत बाबा की आरती की उतारे,
भीड़ है तेरी नगरिया,
बाबा की दुअरिया,
अमृत की बरसें बदरीया,
बाबा की दुअरिया ॥
चन्दन तिलक चाँद सा चमके,
चन्दन तिलक चाँद सा चमके,
राम जी देखे नजरिया,
बाबा की दुअरिया,
अमृत की बरसें बदरीया,
बाबा की दुअरिया ॥
ब्रह्मा विष्णु शंकर नाचे,
ब्रह्मा विष्णु शंकर नाचे,
मोहन बजाए बंसुरिया,
बाबा की दुअरिया,
अमृत की बरसें बदरीया,
बाबा की दुअरिया ॥
धरती गगन में होती है: भजन (Dharti Gagan Mein Hoti Hai)
भूतों की गति करना(भटकी हुई आत्माओं को जाम्भोजी ने मोक्ष की प्राप्ति दिलाई)
श्री श्रीगुर्वष्टक (iskcon Sri Sri Guruvashtak)
अमृत की बरसे बदरीया,
बाबा की दुअरिया,
अमृत की बरसें बदरीया,
बाबा की दुअरिया ॥