भक्ति का दीप मन में जलाये रखना,
प्रभु चरणों में मुझको बिठाये रखना,
भक्ति का दीप मन में जलाए रखना ॥
मेरे नैनो को दर्शन तुम्हारा मिले,
मेरे प्राणो के तेरा सहारा मिले,
अपनी ममता का अमृत लुटाये रखना,
प्रभु चरणों में मुझको बिठाये रखना,
भक्ति का दीप मन में जलाए रखना ॥
मेरे स्वामी तेरे पग बहाती रहूं,
भक्ति पूजा से तुमको रिझाती रहूं,
अपनी सेवा में मुझको लगाए रखना,
प्रभु चरणों में मुझको बिठाये रखना,
भक्ति का दीप मन में जलाए रखना ॥
मेरे प्रभु गीत तेरे ही गाती रहूं,
अपने जीवन को पावन बनाती रहूं,
मेरी भूलों को हर दम भुलाये रखना,
प्रभु चरणों में मुझको बिठाये रखना,
भक्ति का दीप मन में जलाए रखना ॥
दत्तात्रेय स्तोत्रम् (Dattatreya Strotam)
जब जब हम दादी का, मंगल पाठ करते हैं: भजन (Jab Jab Hum Dadiji Ka Mangalpath Karte Hai)
भक्ति का दीप मन में जलाये रखना,
प्रभु चरणों में मुझको बिठाये रखना,
भक्ति का दीप मन में जलाए रखना ॥