कदम कदम पर रक्षा करता,
घर घर करे उजाला उजाला,
खाटू वाला खाटू वाला,
ओ लीले घोड़े वाला,
खाटू वाला खाटू वाला,
ओ लीले घोड़े वाला ॥
मन मंदिर के वास करो तुम,
दूर करो अंधियारा,
पापों का मेरे नाश करो तुम,
बन कर के रखवारा रखवारा,
खाटू वाला खाटू वाला,
ओ लीले घोड़े वाला ॥
जब जब भीड़ पड़ी भक्तो पर,
उनकी विपदा टाली,
सच्चे मन से जो भी पुकारे,
प्रगटे दीनदयाला दयाला,
खाटू वाला खाटू वाला,
ओ लीले घोड़े वाला ॥
नेम नियम से जो कोई ध्यावे,
मन की मुरादे पावे,
बिछड़े साथी फिर से मिलाकर,
घर घर प्रेम बढाया बढाया,
खाटू वाला खाटू वाला,
ओ लीले घोड़े वाला ॥
भीम सेन के पौत्र लाड़ले,
एहलवती के लाला,
पांडव कुल अवतार श्याम जी,
जपूँ तिहारी माला हो माला,
खाटू वाला खाटू वाला,
ओ लीले घोड़े वाला ॥
पुरुषोत्तम मास माहात्म्य कथा: अध्याय 18 (Purushottam Mas Mahatmya Katha: Adhyaya 18)
कदम कदम पर रक्षा करता,
घर घर करे उजाला उजाला,
खाटू वाला खाटू वाला,
ओ लीले घोड़े वाला,
खाटू वाला खाटू वाला,
ओ लीले घोड़े वाला ॥