नवदुर्गा, दुर्गा पूजा, नवरात्रि, नवरात्रे, नवरात्रि, माता की चौकी, देवी जागरण, जगराता, शुक्रवार दुर्गा तथा अष्टमी के शुभ अवसर पर गाये जाने वाला प्रसिद्ध व लोकप्रिय भजन।
साँची ज्योतो वाली माता,
तेरी जय जय कार ।
तुने मुझे बुलाया शेरा वालिये,
मैं आया मैं आया शेरा वालिये ।
तुने मुझे बुलाया शेरा वालिये,
मैं आया मैं आया शेरा वालिये ।
ज्योता वालिये, पहाड़ा वालिये,
मेहरा वालिये ॥
तुने मुझे बुलाया शेरा वालिये,
मैं आया मैं आया शेरा वालिये ।
तुने मुझे बुलाया शेरा वालिये,
मैं आया मैं आया शेरा वालिये ।
सारा जग है इक बंजारा,
सारा जग है इक बंजारा,
सब की मंजिल तेरा द्वारा ।
ऊँचे परबत लम्बा रास्ता,
ऊँचे परबत लम्बा रास्ता,
पर मैं रह ना पाया,
शेरा वालिये ॥
तुने मुझे बुलाया शेरा वालिये ॥
सूने मन में जल गयी बाती,
तेरे पथ में मिल गए साथी ।
मुंह खोलूं क्या तुझ से मांगू,
मुंह खोलूं क्या तुझ से मांगू,
बिन मांगे सब पाया, शेरा वालिये ॥
तुने मुझे बुलाया शेरा वालिये ॥
कौन है राजा, कौन भिखारी,
एक बराबर तेरे सारे पुजारी ।
तुने सब को दर्शन देके,
तुने सब को दर्शन देके,
अपने गले लगाया, शेरा वालिये ॥
गुरु आसन समराथल भाग 1 ( Samarathal Katha )
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नर्मदा माता की आरती (Narmada Mata Ki Aarti)
तुने मुझे बुलाया शेरा वालिये,
मैं आया मैं आया शेरा वालिये ।
तुने मुझे बुलाया शेरा वालिये,
मैं आया मैं आया शेरा वालिये ।
प्रेम से बोलो, जय माता दी ॥
सारे बोलो, जय माता दी ॥
आते बोलो, जय माता दी ॥
जाते बोलो, जय माता दी ॥
कष्ट निवारे, जय माता दी ॥
पार निकले, जय माता दी ॥
देवी माँ भोली, जय माता दी ॥
भर दे झोली, जय माता दी ॥
वादे के दर्शन, जय माता दी ॥
जय माता दी, जय माता दी ॥
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