जांभोजि द्वारा किए गए प्रश्न बिश्नोई समाज के बारे में?

भगवान श्री जाम्भोजी और उनके परम शिष्य रणधीर जी का प्रश्नोत्तर दिया गया है जिसका वर्णन सार-संग्रह के रूप में लिया गया है।
एक समय भगवान श्री जांभोजी के पास बैठे हुये उनके प्रिय शिष्य रणधीर जी और रेडो जी ने हाथ जोडकर निवेदन किया-
प्रश्न 1. हे गुरुदेव ! आपका आगमन इस संसार में किस हेतु से हुआ है? यह बतलाने की कृपा करे और साथ ही साकार रूप धारण करके संसार में प्रकट होने का कारण बताये?
उत्तर – भगवान बोले- रणधीर | मेरा इस संसार में साकार रूप से प्रकट होने का कारण मेरे अन्तरंग भक्त प्रहलाद को दिया गया वरदान है। उस वरदान को पूर्ण करने के लिए यहाँ संसार में प्रकट हुआ हूँ।
बजरंगबली मेरी नाव चली - भजन (Bajarangabali Meri Nav Chali)
जानकी स्तुति - भई प्रगट कुमारी (Janaki Stuti - Bhai Pragat Kumari)
गुरु शिव को बना लीजिए: शिव भजन (Guru Shiv Ko Bana Lijiye)
Read About Blogging : Money Online 360