
श्री नाथ जी की मंगल आरती – गोरखनाथ मठ (Shri Nathji Mangal Aarti – Gorakhnath Math)
जय गोरख योगी (श्री गुरु जी) हर हर गोरख योगी ।वेद पुराण बखानत, ब्रह्मादिक सुरमानत, अटल भवन योगी ।ऊँ जय गोरख योगी ॥बाल जती ब्रह्मज्ञानी
जय गोरख योगी (श्री गुरु जी) हर हर गोरख योगी ।वेद पुराण बखानत, ब्रह्मादिक सुरमानत, अटल भवन योगी ।ऊँ जय गोरख योगी ॥बाल जती ब्रह्मज्ञानी
श्री राम नवमी, विजय दशमी, सुंदरकांड, रामचरितमानस कथा और अखंड रामायण के पाठ में प्रमुखता से की जाने वाली आरती।आरती कीजै श्री रघुवर जी की,सत
जय शीतला माता,मैया जय शीतला माता ।आदि ज्योति महारानी,सब फल की दाता ॥ॐ जय शीतला माता..॥रतन सिंहासन शोभित,श्वेत छत्र भाता ।ऋद्धि-सिद्धि चँवर ढुलावें,जगमग छवि छाता
ॐ जय एकादशी, जय एकादशी, जय एकादशी माता।विष्णु पूजा व्रत को धारण कर, शक्ति मुक्ति पाता॥ॐ जय एकादशी…॥तेरे नाम गिनाऊं देवी, भक्ति प्रदान करनी।गण गौरव
त्योहार सरस्वती पूजा, वसंत पंचमी व केंद्रीय विद्यालयों, सरस्वती शिशु मंदिर, डी ए वी स्कूल मे गायी जाने वाली लोकप्रिय प्रार्थना।या कुन्देन्दुतुषारहारधवला या शुभ्रवस्त्रावृता,या वीणावरदण्डमण्डितकरा
जय सरस्वती माता,मैया जय सरस्वती माता ।सदगुण वैभव शालिनी,त्रिभुवन विख्याता ॥जय जय सरस्वती माता…॥चन्द्रवदनि पद्मासिनि,द्युति मंगलकारी ।सोहे शुभ हंस सवारी,अतुल तेजधारी ॥जय जय सरस्वती माता…॥
ओइम् जय वीणे वाली,मैया जय वीणे वालीऋद्धि-सिद्धि की रहती,हाथ तेरे तालीऋषि मुनियों की बुद्धि को,शुद्ध तू ही करतीस्वर्ण की भाँति शुद्ध,तू ही माँ करती॥ 1