हे शिवशंकर हे करुणाकर,
हे परमेश्वर परमपिता
हर हर भोले नमः शिवाय,
नमः शिवाय ओम नमः शिवाय
हे शिव शम्भू संकटहर्ता,
विघ्नविनाशी मंगलकर्ता
जिस पर होवे कृपा तुम्हारी,
पल में विपदा दूर हो सारी
तुम सुखसागर हे जगदीश्वर
हे शिवशंकर हे करुणाकर,
हे परमेश्वर परमपिता
देवादिदेव जय महादेवा,
सुर नर मुनि सब करते हैं सेवा
नमः शिवाय मंत्र पंचाक्षर,
जिसने जपा खुश हो गए उस पर
तुम हो दयालु हे भोलेश्वर
हे शिवशंकर हे करुणाकर,
हे परमेश्वर परमपिता
बम-बम भोले डमरू बोले,
तुमने द्वार दया के खोले
जो भी आया शरण तुम्हारी,
रक्षक बन गए तुम त्रिपुरारी
त्रिशूलधर हे महाकालेश्वर
हे शिवशंकर हे करुणाकर,
हे परमेश्वर परमपिता
कार्तिक मास माहात्म्य कथा: अध्याय 2 (Kartik Mas Mahatmya Katha: Adhyaya 2)
भूतों की गति करना(भटकी हुई आत्माओं को जाम्भोजी ने मोक्ष की प्राप्ति दिलाई)
श्रीहनुमत् पञ्चरत्नम् (Shri Hanumat Pancharatnam)
ब्रह्मा विष्णु ध्यान लगावे,
वेद पुराण शास्त्र यश गावे
गिरिजापति अनन्त अविनाशी,
आनंददाता विश्वप्रकाशी
तुम सर्वेश्वर हे सोमेश्वर
हे शिवशंकर हे करुणाकर,
हे परमेश्वर परमपिता
पूजन किये श्रीराम तुम्हारा,
लंका जीती रावण मारा
दीनानाथ प्रभु सुखदाता ,
औघड़दानी भाग्यविधाता
तुम रामेश्वर हे भक्तेश्वर
BhaktiBharat Lyrics
हे शिवशंकर हे करुणाकर,
हे परमेश्वर परमपिता
हर हर भोले नमः शिवाय,
नमः शिवाय ओम नमः शिवाय