आरती श्री महाविष्णु देवा,आरती कीजे नरसिंह कंवर की,आरती जय जम्भेश्वर की
आरती जय जम्भेश्वर की आरती 1: आरती श्री महाविष्णु देवा आरती श्री महाविष्णु देवा, सुरनर मुनि जनकरे सब सेवा
आरती जय जम्भेश्वर की आरती 1: आरती श्री महाविष्णु देवा आरती श्री महाविष्णु देवा, सुरनर मुनि जनकरे सब सेवा
श्री गुरु जम्भेश्वर भगवान की बाल लीला भाग 6 नाथोजी कहने लगे- हे शिष्य! भगवान की लीला अपरम्पर है किन्तु कभी-कभी पूर्व की लीला भगवान
बिश्नोई पंथ की स्थापना भाग 2 गांव में प्रवेश किया तब गांव के बारे में जानकारी मिली, गांव के बाहर ही भेङबकरी की खाले पेटी
धर्मराज युधिष्ठिर कथा भाग 2 हे विल्हा ! मैं तुम्हें वनवास काल की दो घटनाएं सुनाता हूँ- ये घटनाएं युधिष्ठिर के धर्म को दृढ़
साहू को स्नान का महत्व बतलाना(स्नान क्यों करना चाहिए) बिजनौर को चौधरी गांव साहू गंगा पार सु
बिश्नोई पंथ ओर प्रहलाद भाग 2 उन्होंने पूछा- देवराज । यह क्या करने जा रहे हो। इस बेचारी अबला कयाधू को कहां ले जा रहे
म्हारे घर आये जम्भ भगवान जम्भेश्वर भजन Lyrics म्हारे घर आए जम्भ भगवान सोने रो सूरज उगियो सोहन कलश गंगा जल भरियो सखियाँ मंगल गाय
भूल बिसर मत जाई कन्हैया, मेरी ओड़ निभाना जी | मोर मुकुट पीताम्बर सोहे, कुंडल झलकत काना जी | वृन्दावन की कुञ्ज गलिन में,मोहन वंशी
प्रश्न 123. गुरुदेव ! आपके मंत्र कहां-कहां काम आयेंगे ? रणधीर ! मेरे मंत्र सब प्रकार के दुःख मिटाने के काम आयेंगे। उत्तर – जैसे-
प्रश्न 101. गुरुदेव ! आपने जो अन्न बांटा वो अन्न कहां से लाए ? उत्तर- रणधीर मुझे कोई भी वस्तु लाने में विचार करने की
प्रश्न 71. गुरुदेव ! आप सूतल लोक में कितने समय तक रहे ? उत्तर- रणधीर ! मैं सूतल लोक में चालीस दिनों तक रहा सूतल
प्रश्न 71. गुरुदेव ! आप सूतल लोक में कितने समय तक रहे ? उत्तर- रणधीर ! मैं सूतल लोक में चालीस दिनों तक रहा सूतल
प्रश्न 51. गुरुदेव ! आपके प्रथम शब्दोपदेश का अर्थ हम छोटी बुद्धि के लोग कुछ समझे नहीं, आप कृपा करके हमें समझाइये ? उत्तर- रणधीर
प्रश्न 24. गुरुदेव ! परमात्मा व जीवात्मा में क्या अन्तर है ? उत्तर – रणधीर ! परमात्मा व जीवात्मा में सत्ता रूप में कोई भेद
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